हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने इशा के नमाज के समय से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पुछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ पेश कर रहे है।
प्रश्न: इशा की नमाज़ का समय कब समाप्त होता है? अगर किसी को आधी रात के बाद तक देर हो जाए तो इशा की नमाज़ किस नीयत से पढ़ी जानी चाहिए?
उत्तर: जब इशा की नमाज़ का समय मग़रिब की पहली नमाज़ के समय के बराबर हो, तो वहाँ से आधी रात तक है; और आधी रात के बाद मगरिब और इशा की नमाज़ में देर करना जायज़ नहीं है। लेकिन अगर किसी उज़्र या गुनाह की वजह से मग़रिब और इशा की नमाज़ मध्य रात्रि के बाद तक देर हो जाए, तो एहतीयात की बिना पर नमाज़ को सुबह तक अदा करने की नीयत के बिना नमाज़ (मा फिज़ जिम्मा की नीयत से)अदा की जाए।